कृषि कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के सà¥à¤§à¤¾à¤° के लिठयह à¤à¥€ आवशॠCourse- INDIAN BUSINESS PARTY-VIEWS > कृषि कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के सà¥à¤§à¤¾à¤° के लिठयह à¤à¥€ आवशà¥à¤¯à¤• है कि केनà¥à¤¦à¥à¤° सरकार à¤à¥Œà¤—ोलिक परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रख कर कृषि कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° (Zone) बनाठतथा उकà¥à¤¤ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में अनà¥à¤•à¥‚ल खेती को बढ़ावा दें। उदाहरण के लिठमहाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° में सूखे के चलते वहां वही फसल होगी जिसमे सिंचाई की कम आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ हो। आज महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° में गनà¥à¤¨à¥‡ à¤à¤µà¤‚ कपास की सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• खेती है, दोनों फसलों को पानी की काफी जरूरत होती है, राजà¥à¤¯ सूखागà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ है, à¤à¤¸à¥€ दशा में खेती कैसे होगी। खेती कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की दशा सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ के लिठहमें उपरोकà¥à¤¤ पर à¤à¥€ विचार करना चहिà¤à¥¤ इंडियन बिजनेस पारà¥à¤Ÿà¥€ कारोबारी हितो के साथ-साथ कृषक हितों की रकà¥à¤·à¤¾ के लिठवचनबदà¥à¤§ है । आपके सà¥à¤à¤¾à¤µ आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ हैं । PRV MENU NEXT